नमस्ते दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए अगर आप सोने की दिशा सही नही रखते हैं घर के वस्तु पर भी असर अवश्य ही पड़ता है
हमारा रहन-सहन खान हमारे विचार और हमारा आचरण जिस प्रकार का होता है वैसा ही प्रभाव हमारे जीवन पर भी पड़ता है यहां तक कि हमारे व्यवहार और हमारी आदतों से भी हमारा जीवन प्रभावित होता है वास्तु शास्त्र के कुछ नियमों का पालन करना हमारे दैनिक जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण होता है
और उन्हें अपनी आदतों में शुमार करना भी बहुत जरूरी होता है जैसे प्रतिदिन नित्य समय पर नहाना समय पर भोजन करना यानी कि हर काम समय पर करना यहां तक कि हमारा निश्चित समय पर सोना हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से तो अच्छा होता ही है साथ ही हमारे शास्त्र में भी नियमों का पालन करना अनिवार्य और दृष्टि से उत्तम माना गया है अच्छी नींद हमारे लिए बहुत ही जरूरी होती है
इससे हमारे मन मस्तिष्क को आराम के साथ-साथ तंदुरुस्ती भी मिलती है हमारे वास्तु शास्त्र में भी हमारे सोने या हमारे नींद से संबंधित कई तरह के नियम बताए गए हैं जैसे कि हमें किस समय पर सोना चाहिए कैसे सोना चाहिए किस दिशा में पैर रखकर सोना चाहिए और सोते समय हमारा सर किस दिशा में होना चाहिए और खासकर पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए हमें कितनी देर तक सोना चाहिए यह भी वास्तु शास्त्र में बताया गया है
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और इन सभी का सीधा संबंध हमारे आर्थिक और पारिवारिक जीवन से जुड़ा हुआ होता होता है खासकर घर की महिलाओं को इन नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए दोस्तों आज हम हमारे सोने से संबंधित इन बातों और आदतों को विस्तार पूर्वक जानेंगे ताकि हमारे सोने का तरीका गलत है हम किसी नियम के अनदेखी कर रहे हैं या हम ऐसी भूल कर रहे हैं जिसके कारण हमें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
तो उसे तुरंत ही सुधार सकते हैं जिससे हमारा जीवन भी सुख में हो जाए तो चलिए जान लेते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार महिलाओं को सोते समय कौन सी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है
पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए?
अगर आपको पता नहीं है कि पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए तो पति-पत्नी को सोने को लेकर शास्त्रों में बताया गया है शास्त्रों में पत्नी को वामंगी कहा गया है जिसका अर्थ होता है बाएं का अधिकारी इसलिए पुरुष के शरीर का बाएं हिस्सा स्त्री का माना जाता है इसका कारण है कि भगवान शिव के बाएं अंग से स्त्री की उत्पत्ति हुई है जिसका प्रतीक है शिव का अर्धनारीश्वर शरीर यही कारण है
की हस्तरेखा विज्ञान की कुछ पुस्तकों में पुरुष के दाएं हाथ से पुरुष की और बाएं हाथ से स्त्री की स्थिति देखने की बात कही गई है इन कामों में पत्नी को पति के बाई और सोना चाहिए शास्त्रों में कहा गया है कि स्त्री पुरुष की वामांगी होती है इसलिए सोते समय और सभा में ,सिंदूरदान द्वारागमन ,आशीर्वाद ग्रहण करते समय और भोजन के समय स्त्री को पति के बाई और रहना चाहिए इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है इन कामों में पति को बाई और होना चाहिए
वह वामंगी होने के बावजूद भी कुछ कामों में स्त्री को दाएं और रहने की बात शास्त्र कहता है शास्त्रों में बताया गया है कि कन्यादान विवाह यज्ञकर्म ,जातकर्म, नामकरण और अन्नप्राशन के समय पत्नी को पति के दाएं और बैठना चाहिए क्यों है यह मान्यता पत्नी के पति के दाएं या बाएं बैठने चाहिए संबंधी इस मान्यता के पीछे तर्क यह है कि जो कर्म सांसारिक होते हैं उसमें पत्नी पति के बाएं और बैठती है क्योंकि यह कर्म स्त्री प्रधान कर्म माने जाते हैं यज्ञ कन्यादान विवाह यह सभी कम पारलौकिक माने जाते हैं और इन्हें पुरुष प्रधान माना गया है इसलिए इन कर्मों में पत्नी के दाएं और बैठने का नियम है
भारतीय संस्कृति में पिता के द्वारा वर्ग को प्रदान की गई कन्या महत्वपूर्ण सात वचनों से संतुष्ट हो जाती है इसके बाद स्थान परिवर्तन करती है इसके बाद कन्या बाएं भाग से उठकर दाएं भाग की ओर बैठती है इसके बाद कन्या अपने मांग में सिंदूर धारण कर पत्नी का पद प्राप्त करती है जिस कारण से शास्त्रों में भी पत्नी को वामंगी कहा गया है यानी विवाह के बाद पत्नी पति के बाएं अंग का अधिकार हो जाती है
पति को किस दिशा में सोना चाहिए ( pati ko kis disha me sona chahiye)
पहले बात सबसे पहले तो यह जान ले की वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुखिया यानी पति का शयन कक्ष हमेशा ही दक्षिण पश्चिम दिशा में होना चाहिए यानी पति को हमेशा दक्षिण दिशा में सोना चाहिए जिससे नृत्य दिशा भी कहते हैं इस दिशा में शयन कक्ष होने से उसे व्यक्ति को व्यापार में और नौकरी में तरक्की मिलती है इसके साथ ही मुखिया का परिवार में प्रेम और आधार बना रहता है
दूसरी बात सोते समय हमारा सर दक्षिणी पूर्व दिशा में होना चाहिए यह स्वास्थ्य की दृष्टि से उत्तम माना जाता है दक्षिण दिशा में पैर करके बिल्कुल भी सोना नहीं चाहिए क्योंकि यह मृत्यु के देवता की दिशा कहलाती है
इसलिए दक्षिण की ओर पैर करके सोने से मानसिक तनाव बढ़ता है इसी तरह उत्तर दिशा में सिर रखकर भी सोना नहीं चाहिए पूर्व दिशा से सूर्योदय होता है और सूर्य हमारे हिंदू धर्म में सबसे अधिक पूजनीय है इसलिए पूर्व दिशा की ओर पैर रखकर बिल्कुल भी सोना नहीं चाहिए
तीसरी बात घर की खुशियां बढ़ाने के लिए घर की महिलाओं की मुख्य भूमिका होती है घर के लोगों में अच्छे संस्कार बनाकर रखने की जिम्मेदारी भी महिलाओं की अधिक होती है इसलिए विशेष रूप से महिलाओं को अपने सोने और जागने के समय का ध्यान रखना चाहिए महिलाओं को समय पर सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए नित्य कर्म से निवृत होकर पूजा पाठ करना चाहिए इससे घर में खुशहाली और उत्साह रहता है
घर की महिलाओं की सुबह देर तक सोने पर घर में दुर्भाग्य आता है नकारात्मकता बढ़ती है और शारीरिक और मानसिक तनाव भी बढ़ता है स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह अच्छा नहीं है इसलिए महिलाओं को खुद भी जल्दी उठना चाहिए और अन्य सदस्यों को भी जल्दी उठने का प्रयत्न करना चाहिए ज्योति बाद आवश्यक ना हो तो महिलाओं को दिन में सोना नहीं चाहिए दिन में सोना आरोग्य की दृष्टि से गलत माना जाता है तन और मन दोनों में आलस भरा जाता है और इसका दुष्प्रभाव घर पर सभी पर पड़ता है|
घर की आर्थिक स्थिति पर भी इसका असर पड़ता है महिलाओं को शाम के समय भूल से भी सोना नहीं चाहिए इससे घर से लक्ष्मी भी चली जाती है
पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए (patni ko kis disha me sona chahiye)
बात घर की मुखिया और बड़ी महिलाओं को हमेशा दक्षिण दिशा में सोना चाहिए कि दक्षिण दिशा का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है इसलिए दक्षिण दिशा में सोने से घर के मुख्य महिला का वर्चस्व स्वभाव और महत्व बना रहता है छठी बात अक्सर में पति-पत्नी की लड़ाई झगड़े की नौबत आ जाती है|
लेकिन वास्तु शास्त्र में पति-पत्नी की लड़ाई को बहुत ही अशुभ फल देने वाली माना जाता है पति पत्नी को बेडरूम के अंदर किसी भी तरह की लड़ाई झगड़ों की बातों से बचना चाहिए राहु और केतु पति-पत्नी के बीच झगड़े का मुख्य कारण होता है इसलिए राहु और केतु के दुष्प्रभाव से बचना चाहिए साथ ही शास्त्रों के अनुसार पत्नी को पति के भाई और सोना चाहिए|
अपने बालों में फुल या गजरा और सुगंधित तेल लगाकर नहीं सोना चाहिए यह बुरी शक्तियों को आकर्षित करने का काम करते हैं| बालों को भी बांधकर सोना चाहिए सोने से पहले अपने पैरों को साफ करके ही सोए बिस्तर पर बैठकर खाना भूल से भी ना खाएं झूठ मुंह सोने न जाए इसे नींद भी अच्छी आती है
और बुरे सपने भी नहीं आते तो दोस्तों तो दोस्तों हमारे सोने से संबंधित कुछ नियम जो की विज्ञान और वास्तु शास्त्र दोनों पर ही आधारित है इनका पालन करना ज्यादा मुश्किल नहीं है इसलिए आप भी इन्हें आजमाएं और अपने जीवन में सकारात्मक ले उम्मीद यह जानकारी आपको पसंद आई होगी
पति-पत्नी को सोने की सही दिशा क्या है
भारतीय संस्कृति में पिता के द्वारा वर्ग को प्रदान की गई कन्या महत्वपूर्ण सात वचनों से संतुष्ट हो जाती है इसके बाद स्थान परिवर्तन करती है इसके बाद कन्या बाएं भाग से उठकर दाएं भाग की ओर बैठती है इसके बाद कन्या अपने मांग में सिंदूर धारण कर पत्नी का पद प्राप्त करती है जिस कारण से शास्त्रों में भी पत्नी को वामंगी कहा गया है यानी विवाह के बाद पत्नी पति के बाएं अंग का अधिकार हो जाती है
FAQS
Q रात में पति-पत्नी को कैसे सोना चाहिए?
शास्त्रों के अनुसार रात में पत्नी को पति के बाई तरफ सोना चाहिए
Q कौन सी दिशा में सिर करके सोना शुभ माना गया है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण पश्चिम दिशा में सिर करके सोना शुभ माना गया है दक्षिण और या पश्चिम दिशा में सिर करके सोने से स्वास्थ्य ठीक रहता है इस दिशा में सोने से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से मुक्ति मिलती है
Q बेड का सिरहाना किस दिशा में होना चाहिए?
बेड का सिरहाना हमेशा दक्षिण पश्चिम दिशा में होना चाहिए
घर के मुखिया को किस दिशा में सोना चाहिए?
घर के मुखिया को हमेशा पश्चिम दक्षिण दिशा में सोना चाहिए घर के मुखिया के बेड हमेशा दक्षिण पश्चिम या पूर्व दक्षिण दिशा में होना चाहिए ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में सोने से घर में तरक्की होती है और उसका स्वास्थ्य हमेशा सही रहता है
Q पति-पत्नी को कौन सी दिशा में सिर रखकर नहीं सोना चाहिए?
पति-पत्नी को उत्तर दिशा की ओर सिर रखकर कभी नहीं सोना चाहिए
Q सोते समय सर रखने की सबसे अच्छी दिशा कौन सी है?
सोते समय हमेशा अपना सर दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर रखना चाहिए वास्तु शास्त्र में सर रखने का सबसे अच्छी दिशा दक्षिण और पश्चिम दिशा माना गया है
Q पूरब दिशा की ओर सिरका के सोने से क्या होता है?
पूरब दिशा की ओर सिर करके सोने से स्वास्थ्य से संबंधित लाभ मिलता है एकाग्रता बढ़ती है और अच्छी नींद आती है इसलिए पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोना
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको बताया कि पति पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए अगर आप सही दिशा में सोते हैं तो इससे आपको बहुत सारा लाभ मिल सकता है इसलिए सोने की दिशा हमेशा सही होना चाहिए इसलिए इस पोस्ट में हमने आपको पति-पत्नी को सोने की की दिशा से संबंधित पूरी जानकारी बताया है जिससे आप सही दिशा मे सोते हैं तो इससे आपको स्वस्थ से संबंधित बहुत सारा लाभ मिलेगा आप कभी बीमार नहीं होंगे आपको अच्छी नींद आएगी
मैं आशा करता हूं कि यह जानकारी आपको पसंद आया होगा आप जान गए होंगे कि पति पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए अगर फिर भी इस पोस्ट से जुड़े कोई भी सवाल आपके मन में हो तो कमेंट में हमें जरूर बताएं
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