गुरुवार, 30 जनवरी 2025

कलयुग का अंत कब और कैसे होगा (जानिए 10 संकेत) kalyug ka ant kab hoga

 Hello friends आज का लेख आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है क्योंकि आज हम आपको कलयुग का अंत कब होगा इस बारे में बताने जा रहे हैं


जो बहुत ही महत्वपूर्ण लेख है जिसमें आप कलयुग का अंत कब होगा कलयुग अंत कब और कैसे होगा इस गुप्त रहस्य के बारे में जान पाएंगे



Kalyug-ka-ant-kab-hoga


 सृष्टि की रचना के बाद कालखंड यानी समय को चार युगों में विभाजित किया था जिन्हें सतयुग त्रेता युग द्वापर युग और कलयुग के नाम से जाना जाता है ऐसे में फिलहाल हम सभी जिस युग में जी रहे हैं पुरानो और शास्त्रों के अनुसार इस कलयुग कहा जाता है कलयुग से पहले भी तीन युग बीत चुके हैं जिसमें है त्रेता युग द्वापर युग और सतयुग त्रेता युग का भी अंत हुआ था और सतयुग का भी अब हम पुरानो की माने तो कलयुग का भी अंत एक न एक दिन जरूर होगा 


लेकिन अब हमारे सामने यह प्रश्न उठता है आखिर कलयुग का अंत कब होगा कैसा होगा कलयुग के बाद का युग कलयुग से जुड़ी वह कौन सी बातें हैं जो भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत काल के समय में ही पांचो पांडवों को बता दी थी इसके साथ ही भगवान श्री कृष्ण ने पांडवों को कलयुग के इंसानों से जुड़े कुछ ऐसे रहस्य भी बताए थे


जिनको सुनने के बाद आप भी दांतों तले अपनी उंगलियां दबा लेंगे इसके साथ ही कलयुग का अंत कब होगा इस बारे में कल्कीपुरण में भी उल्लेख किया गया है जिसमें कल्कि अवतार से लेकर कलयुग के अंत तक का रहस्य उजागर किया है और इसके साथ ही कलयुग के बाद वाले युग के बारे में भी वर्णन किया गया है और अगर आप भी इन सभी रहस्यों के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारी इस लेख को अंत तक पढ़े अब आपका ज्यादा समय न लेते हुए पोस्ट को शुरू करते है



कलयुग का अंत कब होगा kalyug ka ant kab hoha


Kalyug-ka-ant-kab-hoga



कल्कि पुराण में कलयुग का अंत का वर्णन का उल्लेख किया गया है कल्कि पुराण के अनुसार जब घोर कलयुग आएंगे तब सभी लोग पाप करना शुरू कर देंगे पाप इतना बढ़ जाएगा की भगवान विष्णु को कल की का अवतार लेना होगा और भगवान विष्णु कल्कि का अवतार लेकर पपिया का संहार करेंगे पपिया का संहार होने पर कलयुग का अंत हो जाएगा और फिर से सतयुग शुरू हो जाएगी


कलयुग का अंत 4,32,876 वर्ष बाद होगा कल की पुराण के अनुसार कलयुग की अवधि 1200  दिव्य वर्ष मानी गई है ऐसे में देवता का एक दिन रात मनुष्य के 30 वर्ष के बराबर है देवता का एक माह मनुष्य के 30 वर्ष हो जाते हैं इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं की जब कलयुग की अवधि 1200 दिव्य वर्ष है तो अभी कलयुग को अंत होने में 4,31,000 साल बाकी है  


कलयुग की अवधि को सरल भाषा में समझने के लिए चारों युग की अवधि के बारे में जानना होगा


1 सतयुग - सतयुग का आवाद ही 4800 दिव्य वर्ष बताई गई है


2 त्रेता युग - त्रेता युग की अवधि 3600 दिव्य वर्ष है


3 द्वापर युग - द्वापर युग की अवधि 2400 दिव्य वर्ष बताई गई है


कलयुग - कलयुग की कुल अवधि 1200 दिव्य वर्ष है 


चारों युग में सबसे छोटी कलयुग की अवधि है लेकिन दोस्तों ध्यान देने वाली बात यह है कि कलयुग की अवधि 1200 दिव्या वर्ष यानी देवताओं की अवधि की गणना में आता है आपने किसी धार्मिक ग्रंथ में जरूर पढ़ा होगा या फिर किसी धार्मिक सीरियल में बताया जाता है कि देवताओं का एक दिन पृथ्वी लोक पर 30 वर्ष पूरे हो जाते हैं  और युगों की अवधि दिव्य वर्ष के अनुसार बताई गई है


महाभारत के अनुसार कलियुग का अंत कब होगा


 कलयुग का अंत कब होगा इस रहस्य को भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के समय पांडवों को बताया था मित्रों महाभारत के अनुसार जब पांडवों ने जुए में अपना संपूर्ण राजपाठ हारकर वन में जा रहे थे तभी पांडवों ने भगवान श्री कृष्ण जी से पूछा है माधव हमने तो ऐसा कोई बड़ा पाप नहीं किया फिर भी हमें इतना बड़ा दंड क्यों मिला


कलयुग का अंत कैसे होगा


 तब भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि प्रिय पांडवों अभी द्वापर युग अपने अंतिम चरण पर है और यह सब जो भी हो रहा है वह आने वाले कलयुग का प्रभाव है इस पर युधिष्ठिर ने आश्चर्य से भगवान श्री कृष्ण से पूछा 



है वासुदेव कलयुग तो अभी आया भी नहीं है और उसका इतना भयंकर परिणाम ही क्यों जब कलयुग आरंभ हो जाएगा तो क्या होगा तब भगवान श्री कृष्ण ने कहा आप सभी भाई वन में जाइए और वहां जो कुछ भी दिखे वह आकर मुझे बताइए उसे आधार पर मैं आपको कलयुग की गति के बारे में बता पाऊंगा


 भगवान श्री कृष्ण के ऐसा कहने पर पांचो भाई वन में अलग-अलग दिशा में चल पड़े पांचो भाई वन में जाकर जब वापस लौटे तो हर कोई वन के दृश्य को लेकर हैरान था वन से लौट के बाद पांचो पांडवों के मस्तक पर संकोच था वह किसी उलझन में पड़े हुए नजर आ रहे थे


अब यह सब देखकर भगवान श्री कृष्ण ने कहा है प्रिया पांडवों आप सभी किसी सोच विचार में मगन है मुझे बताएं अगर संभव होगा तो मैं आपको उसका समाधान अवश्य दूंगा इसके बाद भी की उत्सुकता कलयुग के बारे में जानने के लिए काफी ज्यादा बढ़ जाती है और वे श्री कृष्ण जी से कहते हैं 


प्रभु मैंने देखा कि एक गाय अपने बछड़े को इतना अधिक सहलाकर चाट रही थी जिससे उसके शरीर से खून निकलना शुरू हो जाता है ऐसा क्यों इस पर श्री कृष्ण कहते हैं तुमने देखा एक गए अपने बछड़े को इतना अधिक चाहती है


 कि उसके शरीर से रक्त निकलना शुरू हो जाता है तो इसका अर्थ है कि कलयुग में भी मां-बाप अपने संतान पर इतना अधिक प्यार लूटाएंगे कि उसका कभी विकास नहीं हो पाएगा कलयुग में मां की ममता अपने बेटे को इस कदर मोह माया में बांध कर रख देगी कि उसका पूरा जीवन नष्ट हो जाएगा


 अगर किसी का बेटा अपना घर बार छोड़कर साधु बनेगा तो लाखों लोग उसके दर्शन करने के लिए जाएंगे लेकिन जब अपना बेटा ही घर बार छोड़कर संयासी बन जाएगा तो बहुत ज्यादा रोएंगे विलाप करेंगे कि हमारा बेटा गलत रास्ते पर चला गया भगवान श्री कृष्ण जीवन की वास्तविकता को बताते हुए कहते हैं 


 कि कलयुग में मनुष्य को यह समझना होगा कि तुम्हारा पुत्र तुम्हारी अमानत नहीं है बल्कि तुम्हारे पुत्र के ऊपर उनकी पत्नियों का अधिकार है तुम्हारा शरीर मृत्यु का है और आत्मा परमात्मा की अमानत है इसी तरह भीमसेन के बाद अर्जुन ने बताया कि उसने एक पक्षी को देखा जिसकी पंख पर वेदों की रचाई लिखी हुई थी परंतु वह एक मनुष्य का मांस खा रहा था यह देखकर मैं हैरान हो गया इसका अर्थ क्या है इसके बारे में मुझे बताइए इस पर भगवान श्री कृष्ण ने



 मुस्कुराते हुए कहा कि कलयुग में ऐसे लोग होंगे जो बड़े ज्ञानी और धयानी कहलाएंगे विज्ञान की चर्चा तो करेंगे लेकिन उनके आचरण एकदम राक्षसी होंगे बड़े पंडित एवं विद्वान लोग कहलाएंगे किंतु यह देखते रहेंगे कि कौन सा मनुष्य मर जाए और हमारे नाम अपनी संपत्ति कर जाएं चाहे कितने भी बड़े लोग होंगे किंतु उनकी दृष्टि दूसरे के धन और पद के ऊपर ही रहेगी और सत्पुरुष तो बहुत ही कम आपको कलयुग में देखने को मिलेंगे 


कलयुग में इंसान मेहनत से धन अर्जित करने की बजाय दूसरों के घरों में चोरी करना और दूसरों की संपत्ति पर जबरदस्ती कब्जा करने वाला होगा अपने दोनों भाइयों की तरह सहदेव भी भगवान श्री कृष्ण से वन की बात बताएं 


सहदेव ने बताया कि उसने वन में अनेकों कुएं देखे जिनमे से केवल बीच का कुआं खाली था जो की सबसे गहरा था श्री कृष्ण ने सहदेव को इसका अर्थ बताते हुए कहा कि कलयुग में धनी लोग लड़का लड़की के विवाह में छोटे यामाहा उत्सव में सत्ता के लालच में ज्यादा पैसे खर्च कर देंगे 


किंतु अगर किसी भूखे को देखेंगे तो उनकी सहायता करने में भी किसी व्यक्ति को कोई रुचि नहीं होगी उनका अपना ही सागा भूख से मारेगा लेकिन फिर भी लोग देखते रहेंगे


दूसरी और मौज मस्ती मदिरापान  खाना सुंदरता और व्यसन में पैसे उड़ाते रहेंगे किंतु किसी के दो आंसू पोछने में किसी को भी कोई दिलचस्पी नहीं होगी कहने का तात्पर्य यह है कि  कलयुग में अन् के भंडार होंगे लेकिन लोग भूख से मर जाएंगे


 श्री कृष्ण के मुंह से इस तरह कि बात को सुनकर एक पल के लिए  सभी काफी दुखी हो जाते हैं लेकिन इस कटु सत्य से भी मोहन नहीं मोड सकते थे सहदेव के बाद फिर नकुल ने श्री कृष्ण को वन के बारे में बताया नकुल ने कहा कि मैंने देखा कि एक भारी चट्टान पर्वत से गिरी और बड़े से बड़े वृक्ष भी उसे नहीं रोक पाए लेकिन  छोटे से इस पौधे से टकराकर वह चट्टान वहीं रुक गया 


तब इसका अर्थ बताते हुए श्री कृष्ण ने कहा कि कलयुग में मनुष्य की बुद्धि छीन होगी किंतु हरि नाम रूपी एक छोटे से पौधे से मनुष्य का जीवन पठित होने से रुक जाएगा हरि कीर्तन से मनुष्य का बुद्धि प्रबल होगी 


चारों भाइयों के प्रश्नों का उत्तर जानने के बाद अब बारी आती है युधिष्ठिर के प्रश्न की तो भगवान श्री कृष्ण ने मुस्कुराते हुए कहते हैं युधिष्ठिर अब तुम बताओ तुमने बन में क्या देखा तभी युधिष्ठिर ने बताया कि मैं वन में जाकर दो सूंड वाले हाथी को दिखा


इसका तात्पर्य क्या है इसका अर्थ क्या है कृपया मुझे बताइए भगवान श्री कृष्ण ने कहा इसका अर्थ यह है कलयुग में ऐसे लोगों का राजा होगा जो दोनों ओर से शोषण करेंगे बोलेंगे कुछ और करेंगे कुछ और ऐसे ही लोगों का राज होगा यह लोग दूसरों का शोषण करने का एक भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने देंगे


 और केवल अपने हित के बारे में ही यह हमेशा सोचते रहेंगे श्री कृष्ण से अपने प्रश्नों का उत्तर जानकर सभी पांडव हैरान थे और कलयुग में इंसानों की स्थिति देखकर सभी उदास थे तभी इंसानों की स्थिति को देखकर काफी ज्यादा निराश थे 


तभी सभी ने हाथ जोड़कर श्री कृष्ण से पूछा कि माधव आपने यह तो बता दिया कि आने वाला युग कैसा होगा लेकिन आप हमें यह भी बता दीजिए की आखिरकार इस युग यानी कि कलयुग का अंत कब होगा और कैसे होगा 


कलयुग के अंत में क्या होगा


कलयुग के अंत में मनुष्य का आयु केवल 12 वर्ष का रह जाएगा कलयुग का आयु जैसे-जैसे बढ़ाते जाएगा नदियां सूख जाएगी और अन्य से धन कमाने वाले लोगों में बढ़ोतरी होगी मनुष्य किसी की भी हत्या करने में भी संकोच नहीं करेगा मनुष्य पूजा पाठ व्रत उपवास और सभी धार्मिक काम करना बंद कर देगा 


गाय दूध देना बंद कर देगी मानवता नष्ट हो जाएगी लड़कियां बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं रहेगी उनका अपने ही घर में क्षण होगा बाप बेटी भाई बहन कोई रिश्ते नहीं रह जाएंगे एक भाई दूसरे भाई का शत्रु बन जाएगा


 शादी जैसे पवित्र रिश्ते में भी खटास आने लगेगी किसी भी व्यक्ति की शादी शुदा जिंदगी ठीक से नहीं चलेगी पति-पत्नी एक दूसरे से बेवफाई करने लगेंगे कलयुग के अंत में समाज हिंसक हो जाएगा


 जो बलवान होंगे उनका ही केवल राज चलेगा और जब आतंक अपनी चरम सीमा पर होगा तो मैं स्वयं कल की अवतार लेकर पृथ्वी से सभी अधर्मियों का नाश कर दूंगा इसके बाद कलयुग का अंत हो जाएगा कलयुग समाप्त हो जाएगा और सतयुग का आगमन होगा


कलयुग के बाद का युग कैसा होगा



 फिर से धरती पर धर्म का बोलबाला होगा मनुष्य भौतिक सुख की जगह मानसिक सुखों पर बल देगा मनुष्य में एक दूसरे के लिए नफरत की कोई जगह नहीं होगी चारों ओर प्यार ही प्यार होगा मानवता की स्थापना होगी और मनुष्यों को परम ज्ञान की प्राप्ति होगी सतयुग आने में अभी काफी लंबा समय है



कलयुग का अंत कब होगा (कल्कि पुराण के अनुसार)



कलकी पुराण से मिल रहे हैं कलयुग के अंत का संकेत कलकी पुराण के अनुसार पता लगा सकते हैं कि कलयुग का अंत कब होगा कलयुग का अंत करने के लिए भगवान कल्कि का जन्म कब और कहां होगा बचपन में कौन-कौन सी लीलाएं करेंगे जैसे कि उन्होंने कृष्ण अवतार में की थी भगवान कलकी कहां से अस्त्र और शास्त्र की विद्या ग्रहण करेंगे


 भगवान शंकर उनको कौन-कौन से अस्त्र और शास्त्र प्रदान करेंगे भगवान कल्कि किसके साथ युद्ध करके कलयुग का अंत करेंगे कैसे सतयुग की स्थापना करेंगे इसके बाद आखिर कैसा होगा सतयुग कलयुग में भगवान कल्कि में कब और कहां पर मैं अपने शरीर को त्याग करेंगे अपने धाम को चले जाएंगे 


जब कलयुग अंतिम चरण पर होगा तब सभी के मन में असंतोष होगा और सभी मानसिक रूप से दुखी होंगे 5 वर्ष की उम्र में स्त्री गर्भवती हो जाएगी 16 वर्ष में लोग वृद्धि हो जाएंगे और 20वर्ष मैं लोग मृत्यु को प्राप्त हो जाएंगे 


युवावस्था समाप्त हो जाएगी जैसे-जैसे घोर कलयुग आता जाएगा वैसे-वैसे धर्म सत्य पवित्रता क्षमा दया आयु बाल और स्मरण शक्ति का लोक होता जाएगा कलयुग के अंत में संसार की ऐसी दशा होगी कि अन् नहीं उगेगा लोग मछली मास खाएंगे और भेड व बकरियों का दूध पियेंगे


 गाय को देखना भी बंद हो जाएंगे होगी तो वह भी बकरी के समान और बहुत कम दूध देने वाली होगी एक समय ऐसा भी आएगा जब जमीन से अन्य उपासना बंद हो जाएगा पेड़ो पर फल नहीं लगेंगे स्त्रियां कठोर स्वभाव वाली ब कड़वा बोलने बाली होगी 


वह पति की आज्ञा नहीं मांगी जिसके पास धन होगा उसी के पास स्त्रियां रहेगी मनुष्य का स्वभाव गधों जैसा होगा केवल गृहस्थी का भार ढोने  वाला रह जाएगा लोग लोग विषय हो जाएंगे धर्म कर्म का लोप हो जाएगा मनुष्य जब रहित नास्तिक व चोर हो जाएंगे


कलयुग के अंत में मनुष्यों का स्वभाव क्या होगा


 सभी एक दूसरे को लूटने में लगे रहेंगे कलयुग में समाज हिंसक हो जाएगा जो लोग बलवान होंगे उनका राज चलेगा मानवता नष्ट हो जाएगी रिश्ते नाते खत्म हो जाएंगे एक भाई दूसरे भाई का ही शत्रु बन जाएगा


 जुआ शराब परस्त्रीगमन हिंसा ही धर्म होगा धर्म होगा पुत्र पिता का और पिता पुत्र का वध करके भी दुखी नहीं होंगे अपनी प्रशंसा के लिए लोग बड़ी-बड़ी बातें करेंगे लेकिन समाज में उसकी निंदा नहीं होगी और चापलूस लोगों को समझदार समझ जाएगा


कलयुग का अंत कब और कैसे होगा


शास्त्रों के अनुसार कलियुग का अंत घोर कलयुग आने के बाद होगा भगवान विष्णु कल्कि का अवतार लेकर पपिया का संघार करके कलयुग का अंत करेंगे कलयुग में लोग शास्त्रों से विमुख हो जाएंगे नैतिक साहित्य ही लोगों की पसंद हो जाएगा पूरी बातें को बुरे शब्दों का ही व्यवहार किया जाएगा अर्थात बुरी बातें और बुरे शब्दों के प्रयोग करने वाले को ज्ञानी समझ जाएगा स्त्री और पुरुषों ही अधर्मी हो जाएंगे


 इस क्रिया पति व्रत धर्म का पालन करना बंद कर देगी और पुरुष भी ऐसा ही काम करेंगे स्त्री और पुरुषों से संबंधित सभी वैदिक नियम विलुप्त हो जाएंगे कलयुग में मनुष्य में वर्ण और आश्रम संबंधी प्रवृत्ति नहीं होगी वेदों का पालन कोई नहीं करेगा


 कलयुग में विवाह को धर्म नहीं माना जाएगा शिष्य गुरु के अधीन नहीं रहेंगे पुत्र भी अपने धर्म का पालन नहीं करेंगे कोई भी किसी भी कल में पैदा क्यों ना हुआ हो जो बलवान होगा वही कलयुग में सबका स्वामी होगा


कलयुग का अंत आते आते कैसी हरकतें करेंगे लोग


 सभी वर्णों के लोग कन्या बेचकर निर्वाह करेंगे कलयुग में जो भी किसी का वचन होगा वही शास्त्र माना जाएगा लोग ऋण लेंगे लेकिन चुकाएगा कोई भी नहीं जिसका शास्त्र में कोई विधान नहीं है ऐसे ब्रत पूजा का अनुष्ठान होगा मनुष्य अपने आप को ही बहुत बड़ा पंडित समझेंगे


 बिना प्रमाण के ही सब कार्य करेंगे तारों की ज्योति फीकी पड़ जाएगी दसों दिशाएं विपरीत हो जाएगी पुत्र पिता को तथा बहू में सास को कम करने भेजेंगे कलयुग में समय के साथ-साथ मनुष्य वर्तमान पर विश्वास करने वाले शास्त्र ज्ञान से रहित गंभीर और अज्ञानी होंगे 


सर्वभक्षी हो जाएंगे स्वयं की आत्मरक्षा के लिए बिवस हो जाएंगे तथा राजा उनकी रक्षा करने में असमर्थ हो जाएंगे तब मनुष्यों में क्रोध और लोग की अधिकता हो जायेगी कलयुग के अंत के समय बड़े-बड़े भयंकर युद्ध होंगे भारी वर्षा प्रचंड आंधी और जोड़ों की गर्मी पड़ेगी लोग खेती काट लेंगे 


कपड़े चुरा लेंगे पानी पीने का सामान और धन भी चुरा ले जाएंगे कर अपने ही जैसे चोरों की संपति चुराने लगेंगे हतयारों की भी हत्या होने लगेगी चोरों से चोरों का नाश हो जाने के कारण जनता का कल्याण होगा


कलयुग में धर्म का क्या होगा


 कलयुग में ऐसे लोगों का राज्य होगा जो बोलेंगे कुछ और और करेंगे कुछ और मन में कुछ और कर्म में कुछ और ऐसे ही लोगों का राज्य होगा इसी प्रकार कलयुग में ऐसे लोग रहेंगे जो बड़े ज्ञानी और ध्यान कहलाएंगे विज्ञान की चर्चा तो करेंगे लेकिन उनके आचरण राक्षसी होंगे बड़े पंडित और विद्वान कहलाएंगे किंतु वह यही देखते रहेंगे कि कौन सा मनुष्य मेरे और हमारे नाम से संपत्ति हो जाए 


कलयुग के अंत लोग क्या करेंगे


कलयुग में के अंत में लोग ईश्वर की धर्म ग्रंथो की परमाणिनता मांगना शुरू कर देंगे दूसरी ओर मौज मदिरा मांस लक्षण सुंदरता और व्यसन में पैसे उड़ा देंगे किंतु किसी के दो आंसू पहुंचने में उनकी जरा भी रुचि नहीं होगी जैसे-जैसे कलयुग और आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे लोग और भी अत्याचारी होने लगेंगे लोगों का कोई धर्म नहीं होगा अपने उच्च बुद्धि को शाश्वत समझेंगे छोटी-छोटी बातों को लेकर आपस में लड़ाई करेंगे हमेशा दूसरे की स्त्री और धन हथियाना में लगे रहेंगे


कलयुग के अंत में क्या होगा



घोर कलयुग आने पर लोगों का आचरण दुष्ट हो जाएगा योगी भी पाप करना शुरू कर देंगे संसार में परस्पर विरोध फैल जाएगा पाप करने वाले अधिक और पुण्य करने वाले बहुत कम रह जाएंगे साधुओं का जीना मुश्किल हो जाएगा अपने धर्म को छोड़कर लोग दूसरे धर्म का आश्रय लेंगे देवताओं का देवत्व भी नष्ट हो जाएगा


 और उनका आशीर्वाद भी नहीं रहेगा मनुष्यों की बुद्धि नष्ट हो जाएगी और पृथ्वी पर मलेछिओ के राज्य का विस्तार हो जाएगा कलयुग में जिन मनुष्य के पास थोड़ा सा भी धन रहेगा उसे अपने आप पर घमंड होगा


घोर कलयुग कब आएगा


कलयुग के अंत में जब सभी लोग पाप करना शुरू कर देंगे जब कलयुग का चौथा चरण मैं जाएगा तब घोर कलयुग होगा मनुष्य की कद मात्र डेढ़ फीट का रह जाएगा मनुष्य की उम्र 12 साल की हो जाएगी सभी लोग रिश्तों की अहमियत को समझना बंद कर देंगे पूजा पाठ करना बंद कर देंगे और पाप के कम करने लगेंगे घोर कलयुग आने पर कोई एक दूसरे का इज्जत नहीं करेगा पेड़ पौधे सभी नष्ट हो जाएंगे जिस कारण से वर्षा होना बंद हो जाएगा भूमि सारी बंजर हो जाएगी खेत से अन्य नहीं उगेगा सभी लोग भूखे मरने लगेंगे और यह सब घोर कलयुग का प्रभाव होगा


कलयुग कब शुरू हुआ और कब खत्म होगा


महाभारत के अनुसार कलयुग की शुरुआत द्वापर युग में जब राजा परीक्षित के शासनकाल में हुआ था जिसमें कलयुग धोखे से राजा परीक्षित से सोने में अपना स्थान मांग लिया था जिस कारण से राजा परीक्षित का मुकुट सोने का होने के कारण जब राजा परीक्षित सोने के मुकुट को धारण किया 


तब राजा परीक्षित कलयुग के प्रभाव में आ गए जिस कारण से राजा परीक्षित एक ऋषि के गले में मारे सांप डाल दिए और उसके राजा परीक्षित को सांप के दर्शाने से मृत्यु होने का श्राप दे दिया राजा परीक्षित की मृत्यु होते ही कलयुग का आगमन हो गया जब भगवान विष्णु कालिका अवतार लेंगे तो पपिया का विनाश करके कलयुग की समाप्ति होगी


FAQS कलयुग का अंत कब होगा इससे संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


कलयुग का अंत कब होगा


कलयुग का अंत कब और कैसे होगा


घोर कलयुग कब आएगा


2023 में कलयुग का अंत कब होगा


भारत का अंत कब होगा


कलयुग का अंत आते-आते कैसी हरकतें करेंगे लोग


कल की अवतार कब होगा


Q कलयुग का अंत कौन से साल में होगा?



कलयुग का अंत 4,26,876 साल बाद होगा?


Q घोर कलयुग कब शुरू होगा?


घोर कलयुग शुरू होने में अभी बहुत समय है कलयुग के अंत का समय निकट आएगा तब घोर कलयुग शुरू हो जाएगा


Q कलयुग में मनुष्य की उम्र कितनी है?


कलयुग में मनुष्य की उम्र 100 साल बताई गई है


Q कल्कि अवतार किसका वध करने के लिए होगा?


जब घोर कलयुग आ जाएगा तो पाप और अत्याचार बहुत ज्यादा बढ़ जाएंगे तो पपिया का विनाश करने के लिए भगवान विष्णु कलिक अवतार लेंगे


निष्कर्ष - Kalyug ka ant kab hoga


दोस्तों आज के लेख में हमने आपको कलयुग का अंत कब होगा इस बारे में पूरी जानकारी दी है जिससे यदि आप अपने मन में सोचते हैं कि कलयुग का अंत कब होगा कलयुग का अंत कब और कैसे होगा तो इसलिए के माध्यम से कलयुग के अंत के बारे में जा सकते हैं दोस्तों कलयुग का अंत होने में अभी बहुत समय है


 कलयुग की कुल अवधि 1200 दिव्य वर्ष बताया गया है चीन में यदि कलयुग कल के अनुसार देखा जाए तो कलयुग की अवधि 4,32,000 साल होता है जिम अभी तक 5130 वर्ष पूरे हुए हैं


 कलयुग की अवधि की शेष अवधि भी 4,26,876 वर्ष बाकी है इसलिए आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है कलयुग का अंत होने में अभी बहुत समय बाकी है तब तक आप कई बार जन्म लिए हो चुके होंगे



कोई टिप्पणी नहीं:
Write comment