मंगलवार, 18 जनवरी 2022

2022 me रामनवमी कब है ramnavmi 2022 shubh muhurt date & time

 आज हम जानेंगे कि 2022 me रामनवमी कब है ramnavami 2022 shubh muhurt ,date & time




 चेत्र मास के शुक्ल पक्ष को मनाया जाने वाला राम नवमी का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया गया है यह पर्व भगवान श्री राम के जन्म के उपलक्ष में मनाया जाता है भगवान विष्णु त्रेता युग में रावण के अत्याचार से मुक्त कराने के लिए प्रभु श्री राम के रूप में अयोध्या में राजा दशरथ के यहां जन्म लिए थे प्रभु श्री राम के जन्म दिवस के रूप में रामनवमी पर्व मनाया जाता है

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     रामनवमी पर्व पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन राम की पूजा किया जाता है

    2022 me रामनवमी कब है ramnavami 2022 shubh muhurt  date & टाइम









     2022 में रामनवमी पूजा चैत्र मास शुक्ल पक्ष नवम तिथि 10 अप्रैल दिन रविवार को मनाया जाएगा 

    राम नवमी पूजा का शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार है

    शुभ मुहूर्त प्रारंभ 11:28 pm

    शुभ मुहूर्त समाप्त 01:58 pm

    कुल अवधि   2 घंटा 29 मिनट

    मध्यान् पूजा समय 12:22 पर


    रामनवमी पूजा क्यों मनाई जाती है

    रामनवमी भगवान विष्णु के सातवें अवतार प्रभु श्री राम के जन्म के उपलक्ष में मनाया जाता है रामचरित्र मानस कथा के अनुसार जब रावण ब्रह्मा जी की तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया और उससे वरदान ले लिया जिस कारण से वह बहुत शक्तिशाली हो गया और धरती पर मानव और ऋषि को सताने लगे वह इतना क्रूर और पापी था कि कर के रूप में ऋषि मुनियों का रक्त लेता था और यदि कोई भगवान का पूजा करता था तो वह उसे मार डालता था और यहां तक कि सभी ग्रहों को भी अपना बंदी बना लिया था जिससे परेशान होकर सभी देवता गण भगवान विष्णु के पास गए और पृथ्वी लोक पर रावण के द्वारा हो रहे अत्याचार से मुक्त कराने के लिए उनसे प्रार्थना किए तब भगवान विष्णु रावण का अंत करने के लिए अयोध्या में राजा दशरथ के यहां माता कौशल्या के गर्भ से चैत्र मास शुक्ल पक्ष नवमी तिथि सातवें अवतार श्री राम के रूप में जन्म लिए राम जन्म दिवस के रूप में राम नवमी पूजा मनाया जाता है



    राम नवमी पर्व कैसे मनाएं

    राम नवमी का पर्व इस प्रकार मनाएं जैसे कि आपके घर में कोई नन्हे बालक का जन्म हुआ हो रामनवमी के दिन कुंवारी कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें विदा करते समय कुछ ना कुछ भेंट अवश्य दें जिससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी रामनवमी का पूरा दिन शुभ माना जाता है क्योंकि इस दिन पवित्र मुहूर्त होता है इसलिए इस दिन आप कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं और इस दिन आप किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत कर सकते हैं

    रामनवमी पूजा कैसे करें

    रामनवमी के दिन राम चरित्र मानस सुंदरकांड का पाठ करने से अच्छे पुण्य मिलता है और धन्य धन्य सुख संपत्ति में बढ़ोतरी होती है और इस दिन गरीबों को दान दक्षिणा दें और उसे भोजन कराएं और इस दिन प्रभु श्री राम की पूजा करने के पश्चात उनके प्रतिमा या उनके तस्वीर को पालने में अवश्य झुलाए और रामनवमी के दिन राम मंदिर जाकर रामायण की पुस्तक बांटे जिससे आपको भगवान श्रीराम का आशीर्वाद मिलेगा और इस दिन जानवरों की सेवा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है


    रामनवमी पूजा सामग्री

    रामनवमी की पूजा सामग्री राम जी की फोटो या प्रतिमा ,राम जी के वस्त्र, रोली, मौली, चंदन, नारियल ,जल या गंगाजल ताजी और धुली हुई आम की पत्तियां तुलसी के पत्ते फल कमल के फूल माला कुमकुम इलाइची लोंग माचिस दीपक धूप प्रसाद के लिए लड्डू पेड़ा सफेद बर्फी और पंचामृत होनी चाहिए

    रामनवमी पूजा बिधि

    रामनवमी के दिन सुबह उठकर घर की साफ सफाई और शुद्ध करना चाहिए इसके बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें फिर पूजा स्थल पर सभी पूजा सामग्री के साथ बैठ जाएं इसके बाद लकड़ी के चौकी पर एक लाल वस्त्र बिछा लें और उस पर रोली से स्वास्तिक का चिन्ह बना लें और वहां भगवान श्री राम जी की प्रतिमा स्थापित करें अगर आपके पास प्रतिमा नहीं है तो आप एक फोटो ले ले जिसमें भगवान श्री राम के साथ उसका पूरा राज दरबार हो इसके बाद पूजा प्रारंभ करें सबसे पहले आप दीप प्रज्वलित करें इसके बाद प्रभु श्री राम माता सीता और लक्ष्मण जी को तिलक लगाएं इसके बाद प्रभु श्री राम को माला पहनाना है और उन्हें पुष्प अर्पित करें इसके बाद पान सुपारी और लॉन्ग इलायची अर्पित करें इसके बाद धूप बत्ती जलाएं और नैवेद्य में खीर पंचामृत अर्पित करें या फिर अब जो भी प्रसाद के रूप में बनाए हैं उसे अर्पित करें इसमें आपको एक बात का ध्यान रखना है कि प्रसाद में तुलसी अवश्य डालें इसके बाद राम नाम का जाप करें इसके पश्चात धूप दीप जलाकर भगवान जी की आरती करें इसके बाद राम चरित्र मानस रामायण सुंदरकांड हनुमान चालीसा का पाठ करें


    रामनवमी का महत्व

    रामनवमी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है जो राम के जन्म दिवस के रूप मे मनाते है रामचरित्र मानस जिसकी रचना महर्षि वाल्मीकि जी ने किया था जिसमें राम के जीवन का वर्णन किया गया है जब जब इस धरती पर पाप और अत्याचार बढ़ा है उस अत्याचार को मिटाने के लिए भगवान इस धरती पर जनम लिए है त्रेता युग मे रावण का अत्याचार बढ़ने लगा था

     तब भगवान विष्णु अयोध्या मे राजा दसरथ और माता कोशल्या के पुत्र के रूप मे जनम लिए और रावण का बध कर संसार को उनके अत्याचार से मुक्ति दिलाई श्री राम आधर्म का नास कर धर्म कि स्थापना किये प्रभु श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है श्री राम अपने पिता के द्वारा दिए गए वचन को निभाने के लिए राजपाट कि सुख अपने महल को त्यागकर 14 बर्ष बनवास को चलें गए जात पात के भेद भाव मिटाने के लिए सवरी के झूठे वेर खाए श्री राम अपने जीवन मे उच्च आदर्शो कि स्थापना किये आज भी श्री राम के नाम मातृ से हि सभी पापो से मुक्ति मिल जाती है श्री राम से अपने  जीवन जीने कि प्रेरणा मिलती है हमें भी श्री राम जैसा बनना चहिए जो अपने पिता के आज्ञाकारी पुत्र थे अपने पिता के बचन निभाने के लिए 14 बर्ष बनबास स्वीकार कर लिए 

    अंतिम शब्द

    आज हमने आपको बताया कि 2022 में राम नवमी पूजा कब है शुभ मुहूर्त तिथि और समय की पूरी जानकारी दी है इसके साथ हम ने यह भी बताया कि रामनवमी पूजा क्यों मनाया जाता है रामनवमी का महत्व राम नवमी पूजा विधि रामनवमी पर्व कैसे मनाए रामनवमी का महत्व यह सारी जानकारी हमने आपको दी है मैं आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा इससे जुड़ी कोई सवाल हो तो कमेंट में हमें जरूर बताएं



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