सूर्य को जल क्यों चढ़ाते हैं
आज हम आपको बताएंगे कि सूर्य देव को जल क्यों चढ़ाते हैं और सूर्य देव को जल चढ़ाते समय हमें कौन सी गलती नहीं करनी चाहिए चाहिए
सनातन धर्म से जुड़े लोग प्रतिदिन स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाते हैं लेकिन कुछ गलतियों के कारण सूर्य देव को जल चढ़ाने से मिलने वाली लाभ को खत्म कर सकती हैं इसलिए सूरज को जल चढ़ाते समय हमें कोई ऐसी गलती नहीं करना चाहिए जिस सूर्य देव प्रसन्न होने की वजह जिससे सूर्य देव प्रसन्न ना होकर हमसे रूस्ट हो जाए तो चलिए जानते हैं कि वह कौन सी गलतियां हैं जिसे हमें सूर्य देव के जल चढ़ाते समय नहीं करना चाहिए
इस प्रकार चढ़ाएं सूर्य देव को जल
दोस्तों स्नान करने के पश्चात यदि कोई मनुष्य सूर्य देव को जल है तो सूर्य देव उसे स्वीकार करते हैं
सूर्यदेव को अर्घ्य देते समय तांबे के लोटे से हमें जल चढ़ाना चाहिए
जल में फुल एवं अक्षत मिश्रित कर सूर्य देव को जल चढ़ाने से सूर्य देव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं
सूर्य देव को जल चढ़ाते समय इस मंत्र का उच्चारण करें
सूर्य देव को जल चढ़ाते समय ओम सूर्याय नमः का उच्चारण करना चाहिए इससे मन में सकारात्मक उर्जा प्रवेश करती हैं
जो भी मनुष्य अक्सर बीमार रहते हैं वह सुबह स्नान के पश्चात यदि सूर्य देव को जल चढ़ाएं तो उनके सभी समस्याओं का निवारण होता है
बहुत से लोगों की कुंडली में सूर्य की दशा ठीक नहीं रहती है लोगों को रोजाना स्नान करने के पश्चात सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए इससे उसके घर में जो भी समस्या है उसका निवारण होगा
सूर्य को जल चढ़ाते समय ना करें यह गलती
1 तो दोस्तों अगर आप सूर्य देव को जल चढ़ाते हैं और अगर आप गलतियां करते हैं तो इससे सूर्य देव को जल चढ़ाने से मिलने वाले लाभ आपको प्राप्त नहीं होगा इसलिए सूर्य को जल चढ़ाते समय इन बातों का ध्यान अवश्य रखें
2 धर्म ग्रंथों मे लिखे अनुसार पूरब दिशा की ओर मुख करके हमें सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए
3 सूर्य देव को जल चढ़ाते समय इन बातों का अवश्य ध्यान रखें जल की छींटे आपके पैरों पर ना पड़े इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है क्योंकि अरघ आप सूर्य देव को दे रहे हैं और यदि वह जल आपके पैरों पर गिरता है तो इसे अशुभ माना गया है और ऐसा माना जाता है कि इससे सूर्य देव क्रोधित हो जाते हैं जिसकी वजह से उसकी अशुभ दृष्टि आप पर पड सकती हैं
सूर्य देव को जल चढ़ाते समय इन बातों का ध्यान रखें
1 अगर आप रोज सूर्य देव को जल चढ़ाते हैं तो इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि बिना स्नान की है सूर्यदेव को जल नहीं चढ़ाना चाहिए धर्म ग्रंथों में कहा गया है सूर्य देव को स्वच्छता पसंद है ऐसे में यदि आप सूर्य देव को बिना स्नान किए जल चढ़ाते हैं तो इससे सूर्य देव रुष्ट हो सकते हैं जिसके परिणाम स्वरूप आपको कई तरह के कष्ट झेलने पड़ सकते हैं
2 सूर्य देव को जल चढ़ाने के लिए हमेशा ताम्रपात्र का ही उपयोग करें
सूर्य देव को जल चढ़ाने के लिए हमें प्लास्टिक से बनी किसी भी पात्र का उपयोग नहीं करना चाहिए इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह भी है कि सूर्यं देव कि उसनता से कुछ जहरीली गैस निकलती है जो हमारी सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है और जो हमारे सेहत के लिए अच्छा नहीं है वह सूर्य दव को कैसे पसंद हो सकता है इसलिए हमें सूर्य देव को जल ताम्रपत्र मैं हि चढ़ना चाहिए
3 सूर्य देव को जल चढ़ाते समय जल के पात्र को दोनों हाथों से पकड़े और आपके हाथ आपके सिर के ऊपर होना चाहिए
ब्रह्म मुहूर्त में चढ़ाएं सूर्य देव को जल
हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को ब्रह्म मुहूर्त में जल चढ़ाना चाहिए और यही सूर्य देव को जल चढ़ाने का सबसे अच्छा समय माना गया
दैनिक क्रियाओं से मुक्त होने के बाद ही सूर्य देव को जल चढ़ाएं
स्वच्छ वस्त्र पहनकर हि सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए
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