आखिर विज्ञान को भी भगवान कि अदृष्य शक्तियों को क्यों मानना पडा और जाने dark matter और dark energy का रहस्य
दोस्तों आज् हम एक इस टॉपिक पर बात करेंगे कि विज्ञान को भगवान की शक्तियों को क्यों मानना पड़ा dark matter aur dark energy kya hai
या एक ऐसी । साइंस जो आने वाले समय में आपके रुचि को बढ़ाएगा और आपको एक बड़ी चुनौती से निपटने में आपकी सहायता करेगा। इसको बड़ा सरल भाषा में लिखकर समझाया गया है कृपया इसे ध्यान से पढ़िए हम आपको विज्ञान के उस गहराई में लेकर जाएंगे जहां आपको भगवान के उस अदृश्य शक्ति के बारे में पता चलेगा जो इस ब्रह्मांड में आज भी मौजूद है जिसे विज्ञान को भी मानना पड़ा और आपको डार्क मैटर और डार्क एनर्जी के बारे में भी पता चलेगा और यह भी पता चलेगा कि तारे आपस में क्यों नहीं टकराते हैं भगवान की शक्तियों को हम सब मानते हैं कोई भी शुभ कार्य करने से पहले हम भगवान या किसी देवी देवता का पूजा करते हैं हम भगवान को खुश करने के लिए उनकी पूजा पाठ हवन यादी करते हैं
1 विज्ञान की हमारे जीवन में महत्व क्या है
आज के युग में विज्ञान बहुत आगे निकल चुका है इन्हों बहुत सारे अविष्कार किए जैसे इंटरनेट टीवी मोबाइल फोन बड़ी-बड़ी गाड़ियां जहाज इत्यादि यानी हमारे जीवन में उपयोग होने व बहुत सारी वस्तुएं जिन की खोज वैज्ञानिक ने की है इस विज्ञान में हमारे जीवन को ही बदल दिया
2 वैज्ञानिकों को भगवान की शक्तियों का अनुभव
ऐसे वैज्ञानिकों के अंदर एक भगवान हुआ करता था वैज्ञानिकों का भगवान था डार्क एनर्जी और डार्क मैटर 5वैज्ञानिक चर्चा तो करते थे कि ऐसा कुछ है लेकिन उसने उसे कभी देखा ही नहीं था ऐसे ही दुनिया में बहुत सारी चीजें मौजूद है जिसके जानकारी किसी के पास नहीं है हम जितने भी दुनिया देखते हैं उसके अंदर वैज्ञानिकों को एक अलग ही विचार था
। की एक ऐसी अदृश्य शक्ति है इस अंतरिक्ष में इस यूनिवर्स के अंदर जिसका हमें अंदाजा नहीं है जो है लेकिन उसके बारे में हमारे पास प्रमाण नहीं है जैसे हम जिस पृथ्वी पर आते हैं पृथ्वी सूर्य के चारों तरफ चक्कर काटती है पृथ्वी प्लेनेट है तो सूर्या क्या है
सूर्य-- सूर्य एक स्टार है । जो खुद के एनर्जी से प्रकाशमान हो उसमें किसी दूसरे का प्रकाश ना हो उसे स्टार करते हैं सूर्य एक तारा है लेकिन आकाश गंगा में सूर्य की तरह ना जाने कितने ही तारे हैं लेकिन वह तारे पृथ्वी से बहुत दूर है इसलिए बहुत छोटे-छोटे नजर आते हैं
3 तारे आपस में क्यों नहीं टकराते
मंदाकिनी आकाश गंगा हमारे ब्रह्मांड में मौजूद है वैज्ञानिक ने इस बात का प्रमाण देने के लिए हबलटेलीस्कोप का उपयोग किया थावैज्ञानिकों को तो इस बात में सत्यता थी कि ऐसा कुछ है लेकिन बड़ी दिक्कत यह थी कि यह तारे आपस में टकराते क्यों नहीं है
हम भी आकाश में रात को बहुत सारे तारे देखते हैं हमारे मन में भी यह सवाल आता है यह तारे आपस में क्यों नहीं टकराते यह प्रश्न वैज्ञानिकों के मन में भी आया था यह तारे आपस में क्यों नहीं कर पाते आखिर इसके पीछे क्या रहस्य है वह कौन सी शक्ति है जो इसे टकराने से रोकती है वह कौन सी शक्ति है जो इसे एक दूसरे से अलग किया जाती है
3 अदृश्य शक्ति का रहस्य क्या है
अंत में एक अदृश्य के के रूप में वैज्ञानिकों के सामने आया तारे को आपस में टकराने से रोकने वाले शक्ति का नाम था dark एनर्जी। या एक ऐसी शक्ति थी जो इन्हें टकराने से रोकती थी वैज्ञानिकों ने कहा कि कोई ऐसी शक्ति उपस्थित है जो इसे आपस में टकराने से रोकती है यानी यह गैलेक्सी के अंदर स्टार के अंदर एक दूसरे को दूर करने वाली जो चीज है उस एनर्जी का नाम डार्क एनर्जी है अंतरिक्ष को एक दूसरे से दूर करने का काम करती है
इतना पढ़ने के बाद आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा की बचपन में हमें पढ़ाया गया था कि न्यूटन नाम के बाबा ने कहा कि हर पदार्थ एक दूसरे की ओर आकर्षित कर रहा है। और साइंस के टीचर ने भी बताया की gravitinnal नामक फोर्स होता है
gravitional force-- वह जो द्रव्यमान वस्तुएं हैं वह एक दूसरे को आकर्षित करते हैं जैसे कि हमें भी द्रव्यमान है और पृथ्वी में भी जब यह एक दूसरे को आकर्षित करता है तो उसे gravtional फ़ोर्स कहा जाता है
यह एक दूसरे को आकर्षण तो करती है लेकिन प्रतिकर्षण भी करती है
। इसे जानने के लिए हमें डार्क मैटर और डार्क एनर्जी के बारे में जानना होगा
डार्क मैटर और डार्क एनर्जी क्या है
dark matter अंतरिक्ष में दिखने वाली वस्तुओं को अपनी और आकर्षित करता है यानी एक दूसरे को पास करता है उसे डार्क मैटर करते हैं
dark energy । अंतरिक्ष में देखने वाली वस्तुएं जो एक दूसरे से दूर करती है यानी अलग करती हैउसे डार्क एनर्जी कहते हैं
यानी इन दोनों का अलग-अलग है एक पास बुलाने के काम करती है और दूसरा दूर भगाने की
4 dark matter अंतरिक्ष मैं कितने मात्रा में है
ordinary matter अंतरिक्ष में जिसे हम देख सकते हैं जिसे हम महसूस कर सकते हैं हमारे अंतरिक्ष में चंद्रमा सूर्य मंगल बुध ।बृहस्पति शुक्र असंख्य तारे । जिसे हम अपनी आंखों से देख सकते हैं यह हमारे यूनिवर्स करना मात्र 5% है
dark matter । जिसे हम नहीं देख सकते जो अट्रैक्शन का कारण है वह वर्तमान में 27 % है
dark energy । जो एक दूसरे को दूर करती है यानी एक दूसरे को अलग करके रखती है यह सबसे ज्यादा 68% है
। यानी यह तीनों को मिलाकर 100% हो गया
replaction इन तीनों में रिफ्लेक्शन सबसे ज्यादा है एक दूसरे से दूर करने की शक्ति इस ब्रह्मांड में सबसे अधिक है
5 बिग बैग थ्योरी क्या है
वैज्ञानिकों को कहना है कि 15 बिलियन साल पहले पूरा यूनिवर्स केवल एक गोला था उस गोले में एक ब्लास्ट हुआ उस ब्लास्ट के बाद उसमें टुकड़े निकले वह टुकड़े लगातार एक्सपेंड होते चले जा रहे हैं वह टुकड़े लगातार बढ़ रही है वही टुकड़े हमारे अंतरिक्ष को लगातार बढ़ता चला जा रहा है इसे ही बिग बैंग थ्योरी कहते हैं
6 dark matter प्रयोग कहां और कैसे हुआ
। यह प्रयोग इटली के अंदर एक लेबोरेटरी जिसका नाम ग्रेन gran saso है
gransaso leboratri यह जमीन के अंदर है यह जमीन से 3400 मीटर नीचे है यह रोम क लगभग 600 किलोमीटर की दूरी पर है यही लेबोरेटरी इटली के अंदर है जिस की गहराइयों के अंदर से खोजकर यह जानकारियां निकाली गई है
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