Ladkiyo ko Period kyo aata hai - लड़कियों को पीरियड क्यों आता है यह एक सच्चाई है जिसे हर लड़की या महिला को महीने में एक बार जरूर आती है।
एक तरह से कहा जाए तो उसे उस गलती का श्राप मिला है जिसे लड़कियां कभी की ही नहीं है और यह एक सच्चाई है। महीने में 30 दिन हो या 31 दिन जिससे लड़कियां सबसे ज्यादा डरती है वह 5 दिन होता है जिसे मासिक धर्म कहा जाता है।
पीरियड क्या होता है? ( Period kya hota hai
पीरियड एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसे देखकर बहुत सारी लड़कियां घबरा जाती हैं या फिर बहुत ज्यादा शर्मती है। जी हां आज हम उस लाल रंग के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे देखकर किसी भी लड़की या महिला को खुशी नहीं होता बल्कि दुख होता है। जिसे एक अलग ही नजरिया से देखा जाता है जबकि लड़की के शारीरिक संरचनाओं में से होने वाला एक परिवर्तन होता है।
फिर भी उससे घबराता है लोगों से बचते हैं सभी से छुपाते हैं और ऐसी बहुत सारी क्रियाकलाप है जिसे पीरियड के दौरान नहीं करते हैं। पीरियड के दौरान लड़कियों/महिलाओं को अछूत माना जाता है। लड़कियों में होने वाला वह 5 दिन जिसमें लड़कियों के अंदर डर भी होता है और दर्द भी होता है।
एक तरह से कहा जाए तो उसे उस गलती का श्राप मिला है जिसे लड़कियां कभी की ही नहीं है और यह एक सच्चाई है। महीने में 30 दिन हो या 31 दिन जिससे लड़कियां सबसे ज्यादा डरती है वह 5 दिन होता है जिसे मासिक धर्म कहा जाता है।
महीने के 5 दिन लड़कियों को इतना अधिक पीड़ा दर्द और तकलीफ उत्पन्न करता है जिससे लड़कियां सोचने पर मजबूर हो जाती है कि आखिर लड़कियों को पीरियड क्यों आती है इसमें उसकी क्या गलती है आखिर लड़कियों को पीरियड क्यों आती है उसे इतना दर्द क्यों झेलना पड़ता है इसके पीछे कारण क्या है तो आप घबराइए नहीं और शरमाइये बिल्कुल नहीं आज हम आपको पीरियड क्यों आता है इस बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
अगर आप जानना चाहते हैं की लड़कियों को पीरियड क्यों आता है तो चाहे लड़का हो या लड़की पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें सभी को जानना जरूरी है कि आखिर लड़कियों को पीरियड क्यों आता है पीरियड क्या होता है।
लड़कियों को पीरियड क्यों आता है - period kyo aata hai
जब लड़की 11 से 12 वर्ष के हो जाते हैं तो उसमें यौवन अवस्थाओं का आरंभ हो जाता है उसके शरीर कि संरचनाओं में बदलाव आना शुरू हो जाता है।
लड़कियों के अंडाशय में अंडे का निर्माण होता है और महीना के अंत में अंडा फेलोपियन ट्यूब में आकर पुरुष के शुक्राणु का इंतजार करते हैं और जब पुरुष का शुक्राणु नहीं मिल पाता है तो अंडा के साथ गर्भाशय में बनी परत नष्ट होकर बाहर आ जाती है जिसे पीरियड कहा जाता है। और इसलिए लड़कियों को पीरियड आता है जिसे menarche कहा जाता है।
और जब पहली बार किसी लड़की को पीरियड आता है तो वह घबरा जाती है। लेकिन घबराना नहीं चाहिए यह एक जैविक क्रिया होता है जो हर महिला को 30 दिनों के अंदर एक बार आता है। पीरियड शुरू होने के बाद हर महिला को 12 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक पीरियड आता है इसके बाद जब 50 वर्ष से ऊपर हो जाता है तो महिलाओं की पीरियड रुक जाती है।
क्या पीरियड का ब्लड अशुद्ध होता है?
बहुत से लोग जब महिलाओं को पीरियड आता है तो उसे के शरीर से निकलने वाले ब्लड को अशुद्ध और गंदा मानते हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है यह तो हमारी मान्यता है यह वह ब्लड होता है जिससे एक नए जीव का निर्माण होता है आप और हम इसी period साइकिल से होकर जन्म लिए हैं।
तो यह अशुद्ध कैसे हो सकता है बहुत से लोगों को तो यह भी पता नहीं है कि पीरियड साइकिल महिलाओं को होना कितना जरूरी है।
अगर किसी महिला को पीरियड नहीं आती है तो वह गर्भवती नहीं हो सकती है महिला को पीरियड आना संतान उत्पत्ति ( pregnancy ) के लिए तैयार करने का काम करता है इसलिए महिलाओं का पीरियड आना बहुत आवश्यक होता है।
जब अंडा ओवरी से बाहर निकाल कर फैलोपियनट्यूब में पहुंच जाता है तो गर्भाशय में रुधिर से बना हुआ एक परत तैयार होता है। लेकिन जब अंडे को पुरुष का शुक्राणु नहीं मिलता है अंडा निषेचित नहीं हो पता है तो अंडा टूट जाता है अंडा नष्ट हो जाता है तो गर्भाशय में रुधिर से बना हुआ परत भी टूट जाता है और पीरियड के दौरान गंदा खून बाहर निकलने लगता है।
महिलाओं के गर्भ में बने रुधिर परत को endometrium कहा जाता है जो ब्लड से बना होता है। इसलिए जब यह परत टूटता है तो यानी से बाहर निकलने लगता है जिसे ब्लड के नाम से जाना जाता है।
औरतों को पीरियड क्यों आता है?
किसी भी औरत को पीरियड आना प्राकृतिक प्रक्रिया होती है जिस औरत प्रेगनेंसी के लिए तैयार होती है पीरियड आमतौर पर महीने में एक बार आती है जिससे युटेरस के अंदर से रक्त बाहर निकलने लगता है।
पीरियड के समय लड़कियों को क्या नहीं करना चाहिए?
ऐसी मान्यता है कि पीरियड के समय लड़कियों को पूजा पाठ के धार्मिक कार्य नहीं करना चाहिए कुछ लोगों को मानना है कि पीरियड के समय में रसोई में जाना पूजा पाठ करना मंदिर में जाना अचार आचार छूना वर्जित माना गया है।
पीरियड कितनी उम्र में बंद होता है?
महिलाओं को पीरियड लगभग 50 साल के बाद बंद हो जाती है। महिलाएं 50 वर्ष के होने के बाद menopause अवस्था में आ जाती है। जिससे उसका शरीर और प्रजनन अंग कमजोर हो जाती है। इसलिए 50 वर्ष के बाद लड़कियों के अंदर पीरियड आना बंद हो जाता है।
क्या बिना पीरियड के बच्चा हो सकता है?
जी नहीं बिना पीरियड के बच्चा नहीं हो सकता है महिलाओं को प्रेगनेंसी के लिए पीरियड आना बहुत जरूरी है क्योंकि महिलाओं के गर्भ के अंदर अंडे का निर्माण होता है जिससे पुरुष का शुक्राणु निषेचित करके महिलाओं को संतान के लिए तैयार करता है अगर किसी महिला को पीरियड नहीं आ रहा है तो बच्चा पैदा करना मुश्किल है।
क्या लड़कियों को पीरियड के दौरान एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए?
ऐसी कोई बात नहीं है पीरियड के दौरान एक्सरसाइज कर सकते हैं बहुत लोगों को मनाना होता है कि पीरियड के दौरान कोई भारी कम या एक्सरसाइज ना करें लेकिन यह बिल्कुल गलत है अगर कोई महिला पीरियड के दौरान एक्सरसाइज करता है तो यह उसके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है इससे शरीर मैं होने वाले दर्द और थकान से राहत मिलती है और इसके साथ ही शरीर का ऐंठन भी दूर होती है।
लड़कियों को पीरियड के दौरान बाल धोना चाहिए या नहीं?
पीरियड के दौरान लड़कियां या महिलाएं बाल धो सकती है कोई भी study में ऐसा दवा नहीं किया गया है की पीरियड के दौरान बाल धोना वर्जित है पीरियड के दौरान कई तरह के हाइजीन मेंटेन करना जरूरी होता है। पीरियड के दौरान खुद को साफ सफाई रखने में ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
Conclusion
तो दोस्तों आज के लेख में हमने आपको ladkiyo ko period kyo aata hai लड़कियों को पीरियड क्यों आता है और लड़कियों को पीरियड आना क्यों जरूरी है इस बारे में विस्तार से बताया है। जिससे आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे कि आखिर किस कारण से लड़कियों को पीरियड आता है दोस्तों में आशा करता हूं आपको यह लेख पसंद आया होगा अगर इस लेख से जुड़ी कोई भी सवाल आपके मन में हो तो कमेंट में हमें पूछ सकते हैं।
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